जन्माष्टमी : Krishna The Lord
माखन चुराकर जिसने खाया,
बंसी बजाकर जिसने नचाया,
खुशी मनाओ उनके जन्म की
जिसने दुनिया को प्रेम का मार्ग दिखाया
Krishna Janamshatmi 2023 USA
इस वर्ष भी Krishna Janamshatmi 2023 जन्माष्टमी दो दिन मनाई जाएगी। यह दो दिन हैं 6 और 7 सितम्बर। जन्माष्टमी पर सभी लोग पूरे दिन का व्रत रखते हैं, जन्माष्टमी पर्व की झांकियां सजाते हैं और रात में कान्हा के जन्मदिन का उत्सव मनाकर प्रसाद बांटते हैं। आमतौर पर जन्माष्टमी के मौके पर घरों से लेकर सोसाइटीज में तमाम तरह के आयोजन होते हैं। कृष्ण जन्मोत्सव पर्व के दिन USA, INDIA समेत देश के तमाम शहरों में दही हांडी उत्सव का भी आयोजन भव्य तरीके से होता है।
भगवान श्रीकृष्ण क्यों गुरु है और जन्माष्टमी क्या है ?
भगवान कृष्णा का जीवन और उनकी विशेषता हिन्दू धर्म में महत्वपूर्ण है। वे भगवान विष्णु के आठवें अवतार माने जाते हैं और महाभारत के समय आए थे। कृष्णा का जन्म मथुरा में हुआ था और उनका बचपन वृंदावन में बिता।भगवान कृष्णा का जीवन पूर्ण रूप से भक्ति, प्रेम, और धर्म के प्रतीक है। उन्होंने अपनी बाल लीलाओं में गोपियों के साथ खेलते हुए और गोपों के साथ माखन चुराते हुए एक अद्वितीय रसिक और चरण भक्त के रूप में प्रकट हुए।
महाभारत के युद्ध के समय, कृष्णा अर्जुन के सारथी के रूप में आए और भगवद गीता के रूप में अर्जुन को धर्म का उपदेश दिया। उनके उपदेशों और उनके जीवन के उदाहरण से हमें कर्मयोग, भक्तियोग, और ज्ञानयोग का महत्व समझाया गया है।कृष्णा की लीलाएं और उनके गोपियों के साथ रास लीला भी उनके दिव्य गुणों का प्रतीक हैं। उनका प्रेम और भक्ति अनंत है और उनका मिलन गोपियों के साथ दिव्य रस का प्रतीक है।कृष्णा का जीवन और उनका संदेश हमें धर्म, प्रेम, और भक्ति के महत्व को समझाते हैं। वे हमारे मन, शरीर, और आत्मा के संग संबंधित हैं और हमें धर्मपरायण जीवन जीने का मार्ग दिखाते हैं।इस प्रकार, भगवान कृष्णा हमारे लिए एक महान गुरु और प्रेरणा स्रोत हैं, जो हमें धर्मिकता, प्रेम, और आध्यात्मिक विकास की दिशा में मार्गदर्शन करते हैं।